पर अक्टूबर से उसको खासा लगाव है। वह हमेश ा कहता की अक्टूबर बीच का महीना है। ठहरने का महीना बीतती हुई गर्मियों और आती हुई सर्दियों के बीच थोड़ी देर सुस्ताने का महीना । अपने बदन को (और मन को भी तो) आने वाली सर्दियों के लिए तैयार करने का महीना। अक्टूबर में एक ठहराव होता है। बदलते हुए मौसमों को कुछ देर ठहर के देखने का नाम ही तो अक्टूबर है। उसे अक्टूबर की रातों में ऐसे भटकना पसंद है। ऐसे ही भटकते हुए उसे अक्सर रातरानी की महक रोक लेती। और उसको लगता की जब तक रातरानी की महक है, अक्टूबर है, वो सुरक्षित है। उसे अक्टूबर की इन हसीन रातों में कुछ नहीं हो सकता...